तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा॥ शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला. काँधे मूँज जनेउ साजै ॥५॥ सङ्कर सुवन केसरीनन्दन । सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२॥ तुह्मरे भजन राम को पावै । It might be mentioned devoid of https://angeloyjqwz.p2blogs.com/23484586/not-known-facts-about-chalisa