माता भुवनेश्वरी का सबसे पुराना मंदिर उत्तरी गुजरात के गुंजा प्रांत में है। ऊपर कहे गए तीन मन्त्रों में से किसी भी एक मन्त्र के द्वारा साधक भगवती भुवनेश्वरी का पूजन भजन कर सकता है। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौंः भुवनेश्वर्यै नमः॥ विलिखेत् कर्णिकामध्ये षटकोणमतिसुन्दरम् ।। Because she Minimize https://freekundli66665.review-blogger.com/48844760/the-single-best-strategy-to-use-for-mahavidya-bhuvneshwari