ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- विमोह जोगनामोह सर्व मोग्या था था थाह स्वाहा • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। https://optimusbookmarks.com/story19293032/helping-the-others-realize-the-advantages-of-photo-se-vashikaran